शब्दकोश को आंग्ल भाषा मे डिक्शनरी (Dictionary) कहते है। डिक्शनरी (Dictionary) शब्द की उत्पति मध्य कालीन लेटिन शब्द के डिक्शनेरियम (Dictionaryium) शब्द से हुईं जहां डिक्शयो (Dictio) का अर्थ है ‘ शब्द ‘ अतः डिक्शनेरियम (Dictionaryium) का अर्थ शब्दकोश या शब्दो का सग्रह है। शब्दकोश एक बडी सूची या ऐसा ग्रंथ जिसमें शब्दों की वर्तनी, उनकी व्युत्पत्ति, व्याकरणनिर्देश, अर्थ, परिभाषा, विलोम, समानार्थ शब्द आदि के बारे मे विभिन्न प्रकार की जानकारी मिलती है। शब्दकोश एकभाषीय, द्विभाषिक या बहुभाषिक हो सकते हैं। कुछ शब्दकोशों में चित्रों का सहारा भी लिया जाता है। अलग-अलग कार्य-क्षेत्रों के लिये अलग-अलग शब्दकोश हो सकते हैं; जैसे - विज्ञान शब्दकोश, चिकित्सा शब्दकोश, विधिक (कानूनी) शब्दकोश, गणित का शब्दकोश आदि।
वेबस्टर्स न्यू इंटरनेशनल डिक्शनरी मे शब्दकोश की दो परिभाषाएं दी है :-
“यह एक संदर्भ ग्रन्थ है जिसमे साधारणतया शब्द वर्णक्रमानुसार संयोजित रहते है और उसमे उनके रूप, उच्चारण, कार्य, व्युत्पत्ति, अर्थ, तथा अर्थपरक
मुहावरेदार प्रयोग संकलित रहते है।”
“यह एक संदर्भ ग्रन्थ है, जो विषय विशेष या कार्य से सम्बन्धित शब्दों अथवा नामों की सूची अंकित कर उनका अर्थ और उपयोग
की व्याख्या प्रस्तुत करता है।”
लुईस शोर्स के अनुसार “भाषागत शब्दों के संग्रहात्मक पुस्तक को कोश कहते है । इसमें शब्द वर्णक्रमानुसार या अन्य किसी निश्चित क्रम से
संयोजित रहते है और उनकी अर्थ परक व्याख्या तथा अन्य सुचनाए उसी भाषा या अन्य भाषा मे दी हुई रहती है।”
शब्दकोश (Dictionary) शब्द के लिए कुछ अन्य पदों का प्रयोग भी क्या जाता है :-
• पारिभाषिक शब्दावली (Glossary)
• शब्द संग्रह (Lexicon)
• पर्याय कोश (Thesaurus)
• शब्दावली (Vocabulary)
• Dictionary-cum-Thesaurus
• Encyclopaedic Dictionary
ग्लोसरी शब्द की व्युत्पत्ति लेटिन शब्द “glossarium” से हुई है, जिसका अर्थ ज्ञान के एक विशष्टि विषय क्षेत्र
के शब्दों के संग्रह से होता है। पारिभाषिक शब्दावली (Glossary) मे प्रत्येक प्रविष्टि (gloss) कहलाती है।
उदाहरण :
• पारिभाषिक शब्द ग्रन्थ, खंड 2, 1974, वैज्ञानिक तथा तकनीकी, शब्दावली, आयोग,केन्द्रीय हिंदी निदेशालय, शिक्षा तथा समाज कल्याण मंत्रालय, भारत सरकार।
• हैरोड्स लाइब्रेरियन की शब्दावली, खंड 6, 1 9 87 ( Harrod’s Librarian’s Glossary, 6th ed ., 1987)
इस शब्द की व्युत्पत्ति ग्रीक शब्द “laxicon” से हुई है, जिसका अर्थ शब्दकोश होता है। इसमें प्रत्येक शब्द की
एक प्रविष्टि होती है। शब्द शास्त्र (Lexicology) शब्दों की व्युत्पत्ति एव अर्थो का अध्यन होता है। इस शब्द का उपयोग अधिकतर प्राचीन भाषाओ
जेसे ग्रीक, लेटिन आदि के शब्दकोश के लिए किया जाता है।
उदाहरण :
• Greek-English Lexicon, by H. G. Liddell and R. Scott; Oxford, Clarenden press, 1940.
इस शब्द की व्युत्पत्ति ग्रीक शब्द से हुई है, जिसका अर्थ शब्दों का संग्रह। वर्तमान समय मे
इसमें शब्दों के पर्यायवाची शब्द भी दिए जाते है।
उदाहरण :
• Roget’s International thesaurus, 4th ed; New, York Crowell, 1977.
सामान्य शब्दकोशो मे एक एक भाषा में प्रयुक्त सामान्य शब्दों की जानकारी उपलब्ध होती है
यह पाठकों के द्वारा सबसे अधिक प्रयोग किए जाते हैं । सामान्य शब्दकोशो को उद्देश्य, आकार, खंड और पाठक के स्तर के आधार पर निम्नलिखित श्रेणियों
में बांटा जा सकता है:-
• निर्धारणात्मक शब्दकोश (Prescriptive )
निर्धारणात्मक शब्दकोश मे एक भाषा के प्रयुक्त शब्दों की वर्तनी (Spelling), उच्चारण (Pronunciation) तथा प्रयोग (Usage) के प्रमाणिक मानदंडों को स्थापित करते हैं,
तथा इन शब्दों में अनुमोदित तथा प्रमाणिक शब्दों की सूचना ही उपलब्ध होती है ।
• विवरणात्मक शब्दकोश (Descriptive)
सामान्य भाषा शब्दकोश का दूसरा उद्देश्य एक भाषा के सभी शब्दों को सूचीबद्ध करना होता है और इस कार्य को करने के लिए प्रचलित एवं नए सभी शब्दों को
एकत्रित करने के लिए समसामयिक साहित्यिक पत्रिकाओं और समाचार पत्रों का नियमित अवलोकन किया जाता है। ताकि सभी शब्दों की जानकारी शब्दकोश में उपलब्ध कराई जा
सके इस प्रकार के शब्दकोश को विवरणात्मक शब्दकोश कहा जाता है ।
उदाहरण:
1. Dictionary of the English language, comp. by Samuel Jonson, 1755.
2. Oxford English dictionary, 1844.
विशिष्ट शब्दकोश भाषा के विभिन्न पहलुओं एवं पक्षों पर लिखे गए शब्दकोश इसके के अंतर्गत आते हैं ।
इनको इनमें संकलन सूचना के आधार पर इन्हें तीन श्रेणियों में बांटा जा सकता है:-
A. शब्दकोश जिनमे में शब्दों के एक भाषात्मक पक्ष की सूचना उपलब्ध होती है जेसे :-
• उच्चारण शब्दकोश (Dictionary of Pronunciation)
• वर्तनी शब्दकोश (Dictionary of Spellings)
• पर्याय एवं विलोम कोश (Dictionary of Synonyms and Antonyms)
• प्रयोग शब्दकोश (Dictionary of Usage)
• व्युत्पत्ति एवं ऐतिहासिक शब्दकोश (Etymological and Historical Dictionaries)
उच्चारण शब्दकोश केवल शब्दों के उच्चारण को बताते हैं जिनकी सहायता से पाठक शब्दों,
व्यक्तियों के नाम या भौगोलिक स्थान के नामों का सही उच्चारण कर सकते हैं ।
उदाहरण :
• English pronouncing dictionary by Daniel Jones, rev. And ed. By A C Gimson, London, 1977.
• N B C Handbook of pronunciation, comp. by James F Bender and rev by Thomas Lee Crowell, Jr., New york, Croell 1964.
यह शब्दों को परिभाषित नहीं करते हैं । ये कुछ चयनित शब्दों की सूचना देते हैं जिनके हिस्से करना कठिन होता है ।
इनमें अधिकतर वे शब्द शामिल किए जाते हैं जिनके हिस्से उच्चारण के आधार पर नहीं किए जाते हैं ।
उदाहरण :
Cassell’s Spelling dictionary, comp. by marry waddington 1959.
यह कोश समानार्थ एवं विलोम शब्दों की जानकारी देते हैं । इनमें शब्दों के साथ उनके पर्यायवाची और
विलोम दोनों प्रकार के शब्दों की व्याख्या, प्रयोग किए हुए होते हैं ।
उदाहरण :
Webster’s New Dictionary of Synonyms: A D dictionary of Discriminated synonyms
and analogous and contrasted words, G & C Mettiam Co, 1980.
प्रयोग शब्दकोश में यह सूचना दी हुई होती है कि जिस विस्तार से कुछ प्रमुख शब्दों या मुहावरों का प्रयोग किया
या नहीं किया जा सकता है । इनमें प्रमुख शब्दों या मुहावरों का प्रयोग वाक्यांश के द्वारा उदाहरण देकर स्पष्ट किया जाता है ।
उदाहरण :
Forwler’s dictionary of English usage, London, oxford university press, 1996.
इन शब्दकोश में शब्दों का ऐतिहासिक विवरण दिया हुआ होता है । यह विवरण विवरण उदाहरणों के
द्वारा दर्शाया जाता है, अर्थात लेखक का नाम तथा कृति का नाम जिसमे लेखक ने शब्द का प्रयोग किया है यह विवरण कृति के प्रकाशन के बर्ष से
व्यवस्थित होता है। इसमें शब्द की विस्तृत सूचना जैसे व्युत्पत्ति, इतिहास, प्रयोग, उच्चारण आदि की जानकारी दी हुई होती है।
उदाहरण :
Oxford English dictionary on historical principles,
oxford clarendon press, 1933, 10 vols supplements.
B. शब्दकोश जिनमें एक विशिष्ट श्रेणी के शब्द सम्मिलित किए जाते हैं, जैसे:-
• शब्दकोश जिसमें ग्राम्य भाषा में प्रचलित शब्दों (Slang Words) को शामिल किया जाता है।
• शब्दकोश जिसमे अव्यवहत शब्दों (Obsolete Words) को सम्मिलित किया जाता है।
• शब्दकोश जिसमें एक बोली के शब्दों (Dialect Words) को सम्मिलित किया जाता है।
• शब्दकोश में शब्दों के संकेताक्षर एवं संक्षिप्त नाम (Abbreviations and Acronyms) सम्मिलित किए जाते हैं।
कुछ शब्द ऐसे होते हैं जो रोजमर्रा के वार्तालाप में प्रयोग किए जाते हैं परंतु साहित्य लिखने में प्रयोग नहीं किए जाते हैं
उन्हें ग्राम्य भाषा में प्रचलित शब्द कहा जाता है। इन शब्दों को प्राय: सामान्य भाषा के शब्दकोश में शामिल नहीं किया जाता है,
अतएव ऐसे शब्दों की जानकारी देने के अलग देने के अलग से कोश का निर्माण किया जाता है। इनमें इन शब्दों की परिभाषा,
उनकी व्युत्पत्ति की संपूर्ण जानकारी को कुछ उध्दरणों के द्वारा दर्शाया जाता है।
उदाहरण :
कृषक जीवन संबंधी ब्रजभाषा शब्दावली, इलाहाबाद हिंदुस्तान अकैडमी, 1962.
कुछ शब्द ऐसे होते हैं जो एक समय साहित्य में प्रयोग होते हैं, परंतु धीरे-धीरे समसामयिक भाषा में उनका प्रयोग
खत्म हो जाता है। इन्हें भाषा के अव्यवहत शब्द कहा जाता है, अतएव इनकी सूचना जिस शब्दकोश में संकलित एवं प्रयुक्त की जाती है, उन्हें अव्यवहत
शब्दों का शब्दकोश कहा जाता है । भाषा शास्त्र का अध्ययन करने वाले पाठकों के लिए इनका अध्ययन आवश्यक होता है।
उदाहरण :
Dictionary of archaic and provincial words, obsolete phrases, provers
and ancient customs from the 14th century, ed 13, routledge & kegal paul. 1980 2 vols.
कुछ शब्द ऐसे होते हैं जो कि भिन्न उच्चारण, वाक्यांश, वर्तनी के साथ एक भौगोलिक क्षेत्र की बोली से बोले जाते हैं
तथा इनकी जानकारी भाषा के सामान्य शब्दकोश में उपलब्ध नहीं होती है। अतएव इनके लिए प्रथक शब्दकोष का निर्माण किया जाता है।
उदाहरण :
English dialect dictionary; being the complete vocublary of all dialect works
still in use, or known to have been in use during the last 200 years by joseph wright, London, frowde,
18980905,.6 vols.
भाषा में कुछ शब्दों के संकेताक्षर प्रयोग किए जाते हैं जेसे WHO, eg अतएव इन संकेताक्षरो की संपूर्ण जानकारी
देने के लिए जो शब्दकोश प्रकाशित किए जाते हैं, उन्हें संकेताक्षर एवं संक्षिप्त नामों के शब्दकोश (Dictionary of Abbreviations and Acronyms)
कहा जाता है।
उदाहरण :
Acronyms, initialism and abbreviations dictionary, ed by Jannifer Mossman,
Ed 18, Detroit, gale research, 1993, 3 vols.
C.शब्दकोश जिनमें शब्दों की एक विशिष्ट साहित्यिक पक्ष की सूचना उपलब्ध होती है, जैसे:
वाक्यांशों का शब्दकोश, उदाहरणों का शब्दकोश, मुहावरों का शब्दकोश आदि।
उदाहरण:
• Oxford dictionary of quotations, London, boomsbury, 1986.
• Concise oxford dictionary of proverbs, comp. by John Simpson and Jennifer Speak, ed 2, O. U. P., 1993.
अनुवाद का कार्य करने में शब्दकोश की महत्वपूर्ण भूमिका होती है। यह द्विभाषीय या बहुभाषी होते हैं।
इनमें सीमित शब्दावली होती है। इनमें शब्दों की परिभाषा नहीं होती है। बल्कि दूसरी भाषा में प्रयुक्त समान शब्द दिए होते हैं।
उदाहरण:
• Twenty one language dictionary by H. L. ouseg – owen, 1962.
• Harrap’s new standard French and English dictionary, ed by J. E. Mansion,
completely revised and enlarged edition by R P L ledesert and Margaret ledersel, London, harrap,
new york scribner, 1972, 1982.
• French English Science and technology Dictionary by Louis devries, revised and enlorged
by S. Hochman, 4th ed., New York, McGraw Hill, 1976.
• A dictionary of English and Sanskrit, by Sir Moniter Williams, लखनऊ, अखिल भारतीय संस्कृत परिषद, 1956.
• भारतीय व्यवहार कोश, विश्वनाथ दिनकर नवायो, सं., बम्बई, तिर्वेणई संगम, 1961.
विषय शब्दकोश में एक विषय या विषय समूह के प्रमुख पदों की वर्ण क्रमानुसार व्यवस्थित सूची होती है
इनमें पदों के अर्थ, परिभाषा एवं व्याख्या दी जाती है। विषय के अध्ययन को सरल करने के उद्देश्य से इनका निर्माण किया जाता है।
उदाहरण:
• McGraw Hill Dictionary of modern economics, new york, mc graw hill.
आजकल ऐसे कम्प्यूटर प्रोग्राम उपलब्ध हैं जो शब्दकोश के सारे काम करते हैं। वे कागज पर मुद्रित नहीं हैं।
बल्कि किसी विशिष्ट फाइल-फॉर्मट में हैं और किसी 'डिक्शनरी सॉफ्टवेयर' के द्वारा प्रयोक्ता (पाठक) को शब्दार्थ ढूढने में मदद करते हैं।
इनमें कुछ ऐसी सुविधाएँ भी उपलब्ध हैं जो परम्परागत शब्दकोशों में सम्भव ही नहीं है; जैसे शब्द का उच्चारण ध्वनि के माध्यम से देना आदि।
उदाहरण:
शब्दकोश की उपयोगिता उनके उद्देश्य एवं शब्दकोश मे दी गयी सूचना पर निर्भर करती है।
पाठक विभिन्न प्रकार के शब्दकोशों का उपयोग करते हैं। क्योंकि भाषा समझने में जो भी कठिनाई सामने आती है उनका निराकरण शिक्षकों के
अलावा शब्दकोश से ही होता है। इसकी उपयोगिता को निम्नलिखित बिंदुओं में बांटा जा सकता है :-
• शब्दों का अर्थ, उच्चारण, वर्तनी को जानने के लिए किया जाता है।
• इनमें शब्द का व्युत्पत्ति शब्द का प्रयोग आदि की सूचना मिलती है।
• कई शब्दकोश संकेताक्षर, बाट, माप तोल, विभिन्न देशों की मुद्रा, प्रमुख व्यक्तियों एवं स्थानों के बारे में सूचना देते हैं।
• सामान्य शब्दकोश में शब्दों का इतिहास का पता चलता है, तथा यह भी पता चलता है कब इसके अर्थ का प्रयोग में परिवर्तन हुआ।
• शब्दकोष के निरंतर उपयोग से पाठक अपनी शब्दावली को बढ़ा सकता है, तथा अपनी भाषा में सुधार कर सकता है।
• विशिष्ट शब्दकोश के निरंतर उपयोग से शब्दों के पर्यायवाची समानार्थी एवं विलोम शब्दों को खोजने, तथा अर्थ जानने तथा उनका सही प्रयोग एवं उच्चारण जाना जाता है।
• कहावतों, मुहावरों का अर्थ भी शब्दकोशों से सहजता से पता लगाया जाता है।
• विदेशी भाषा के शब्दों का अर्थ जिन का समावेश अन्य भाषा में हो गया है उनका पता भी शब्दकोशों से लग जाता है।
• द्विभाषीय या बहुभाषी शब्दकोश की आवश्यकता अनुवाद का कार्य करने में पढ़ती है।
पुस्तकालय या पाठक को शब्दकोश खरीद ने से पहले यह निश्चित करना होता है। कि वह प्रकाशित शब्दकोश में
कौन सा शब्दकोश खरीदे। पुस्तकालय भी सभी प्रकाशित शब्दकोश वित्तीय कारणों से खरीद नहीं करते हैं। अतएव शब्दकोश खरीद ने से पहले उनका
मूल्यांकन किया जाता है । ताकि पाठक की आवश्यकता के अनुरूप शब्दकोशों का क्रय किया जा सके। यो तो भाषा को समझने के लिए किसी भी स्तर के
शब्दकोश का होना आवश्यक है, तथा जब तक भाषा का विकास होता रहता है, कोई भी शब्दकोश संपूर्ण या उत्तम नहीं माना जा सकता है।
प्रत्येक शब्दकोश में कुछ गुण होते हैं, तो कुछ कमियां भी होती है। इनको अपनी आवश्यकता अनुसार आंका जाता है, इसके लिए निम्नप्रकार के जांच
बिंदु काम में लाए जाते हैं:-
प्रमाणिकता:
शब्दकोश की प्रमाणिकता संपादक मंडल, प्रकाशक एवं इसे संकलन करने में जिन व्यक्तियों का योगदान दिया है, उनकी ख्याति
एवं उपलब्धियों से पता लगाया जाता है। प्रकाशक के विषय में उसकी वित्तीय स्थिति एवं अन्य शब्दकोश एवं संदर्भ पुस्तकें प्रकाशित की है या, उनकी
जानकारी प्राप्त की जाती है।
संपादक मंडल में भाषाविद, भाषा शास्त्री एवं की विशेषज्ञ होनी चाहिए ताकि वे शब्दों की व्युत्पत्ति, अर्थ, उच्चारण, प्रयोग आदि की सही एवं स्पष्ट
जानकारी दे सकें। अपने विषय में इन व्यक्तियों का क्या योगदान है तथा उनका अनुभव एवं शैक्षणिक योग्यता क्या है यह भी पता लगाया जाता है।
शब्दकोश कितने समय से प्रकाशित हो रहा है। इससे प्रकाशक की वित्तीय स्थिति का अनुमान लगाया जा सकता है। अंगरेजी भाषा के G&C Merriam,
funk and wagnalls, McGraw Hill Co, Oxford University Press, Longmans प्रतिष्ठित एवं ख्याति प्राप्त प्रकाशक है,
जिनसे प्रकाशित शब्दकोश को पुस्तकालय अपने यहां खरीदते हैं।
विषय सीमा:
विषय सीमा का अर्थ शब्दकोश के उद्देश्य एवं क्षेत्र से है। संपादक शब्दकोश के आरंभ के पृष्ठों पर उद्देश्य का वर्णन करता है,
जैसे शब्दकोश का प्रकाशन किस श्रेणी के पाठकों के लिए किया है, भाषा आधुनिकतम है, शब्दकोश व्यापक है या सीमित अर्थात केवल चुने हुए शब्दों का
समावेश, शब्दों की संख्या, शब्दों की जानकारी विस्तृत है या संक्षिप्त, शब्दकोश में वे शब्द भी सम्मिलित किए गए हैं जिनका उपयोग अब वर्णित है,
आदि। इस जानकारी के आधार पर विषय सीमा का पता लगाया जाता है।
शब्द प्रतिपादन शैली:
शब्द के विषय में आवश्यक सूचना दी गई है या नहीं इसका पता निम्नलिखित जानकारी से लगाया जाता है:-
वर्तनी (Spelling):
एक शब्द की वर्तनी कई हो सकती हैं, उन सब की जानकारी शब्दकोश में दी है या नहीं, वर्तनी अंगरेजी भाषा में अमेरिकन
या ब्रिटिश दोनों हो सकती है, अतएव दोनों दी जानी चाहिए।
उत्पत्ति (Etymology):
सभी शब्दकोश परिभाषा से पहले या बाद में कोष्टक में शब्द की व्युत्पत्ति को दर्शाते हैं। इससे यह सूचना प्राप्त होती है
कि शब्द की उत्पत्ति किस भाषा से हुई है।
परिभाषा (Definition):
शब्दों की अनेक परिभाषाएं जो विभिन्न लेखकों ने दी हैं उन्हें क्रमानुसार दर्शाया जाता है। कई शब्दकोश
सर्वप्रथम परिभाषा देते हैं जो वर्तमान समय में प्रचलित हो तथा बाकी बाद में देते हैं, तथा कई ऐतिहासिक क्रम में देते हैं ।
उच्चारण (Pronunciation):
शब्दों के उच्चारण प्राय: चिन्हों के द्वारा दर्शाए जाते हैं, तथा प्रातः चिन्हों की जानकारी आरंभ में भी होती है ।
पर्यायवाची शब्द (Synonyms):
शब्दकोष मे पर्यायवाची शब्द सूचना उपलब्ध होती है तो पाठक को सामान्य शब्दों में अंतर करना आसान होता है ।
अक्षर विन्यास (Syllabication):
अक्षर विन्यास को शब्दों के अक्षरों में रिक्त स्थानों के द्वारा या हाइफन (hyphen) के द्वारा बताया जाता है ।
व्याकरण संबंधी सूचना (Grammatical Information):
व्याकरण संबंधी सूचना से अर्थ है कि प्रत्येक शब्द संज्ञा, सर्वनाम, विशेषण, क्रिया,
प्रत्यय आदि क्या है, इसकी जानकारी दी जाती है।
भौतिक आकर प्रकार:
शब्दकोष के मूल्यांकन में उसके बाहय स्वरूप का भी मूल्यांकन किया जाता है । इसमें शब्दकोश की जिल्द मजबूत एवं टिकाऊ है
या नहीं, कागज की गुणवत्ता कैसी है, छपाई स्पष्ट एवं आसानी से पढ़ने योग्य है या नहीं, शीर्षक स्पष्ट है या नहीं, चित्र दिए हुए हैं या नहीं, आदि
बातों का पता लगाया जाता है।