शब्द |
पर्यायवाची |
छतरी |
छत्र, छाता, छत्ता। |
छली |
छलिया, कपटी, धोखेबाज। |
छवि |
शोभा, सौंदर्य, कान्ति, प्रभा। |
छानबीन |
जाँच, पूछताछ, खोज, अन्वेषण, शोध, गवेषण। |
छैला |
सजीला, बाँका, शौकीन। |
छँटनी |
कटौती, छँटाई, काट:छाँट। |
छटा |
शोभा, छवि, सुंदरता, खूबसूरती। |
छल |
दगा, ठगी, फरेब, छलावा। |
छाछ |
मही, मठा, मठ्ठा, लस्सी, छाछी। |
छाती |
सीना, वक्ष, उर, वक्षस्थल। |
छींटाकशी |
ताना, व्यंग्य, फब्ती, कटाक्ष। |
छुटकारा |
मुक्ति, रिहाई, निजात। |
छेरी |
बकरी, छागी, अजा। |
छोर |
नोक, कोर, किनारा, सिरा। |
जल |
मेघपुष्प, अमृत, सलिल, वारि, नीर, तोय, अम्बु, उदक, पानी, जीवन, पय, पेय। |
जहर |
गरल, कालकूट, माहुर, विष । |
जगत |
संसार, विश्व, जग, जगती, भव, दुनिया, लोक, भुवन। |
जीभ |
रसना, रसज्ञा, जिह्वा, रसिका, वाणी, वाचा, जबान। |
जंगल |
विपिन, कानन, वन, अरण्य, गहन, कांतार, बीहड़, विटप। |
जेवर |
गहना, अलंकार, भूषण, आभरण, मंडल। |
ज्योति |
आभा, छवि, द्युति, दीप्ति, प्रभा, भा, रुचि, रोचि। |
जानकी |
सीता, वैदही, जनकसुता, मिथिलेशकुमारी, जनकतनया, जनकात्मजा। |
जंग |
लड़ाई, संग्राम, समर, युद्ध। |
जईफी |
वृद्धावस्था, बुढ़ापा, बुजुर्गी। |
जत्था |
गुट, दल, समूह, टोली, गिरोह। |
जनक |
तात, बाप, पिता, बप्पा, बापू, वालिद। |
जननी |
माँ, माता, मम्मी, अम्मा, वालिदा। |
जन्नत |
स्वर्ग, सुरधाम, बैकुंठ, सुरलोक, हरिधाम। |
जन्मांध |
सूरदास, अंधा, आँधरा, नेत्रहीन। |
जबह |
वध, हत्या, कत्ल, खून। |
जम्हूरियत |
प्रजातंत्र, लोकतंत्र, लोकशाही, जनताशासन। |
जमाई |
दामाद, जामाता, जँवाई। |
जमीन |
धरती, भू, भूमि, पृथ्वी, धरा, वसुंधरा। |
जय |
जीत, फतह, विजय। |
जरठ |
वृद्ध, बुड्ढा, बूढ़ा। |
जलाशय |
तालाब, तलैया, ताल, पोखर, सरोवर। |
जवान |
तरुण, युवक, नौजवान, नौजवाँ, युवा। |
जवानी |
युवावस्था, यौवन, तारुण्य, तरुणाई। |
जहन्नुम |
नरक, दोजख, यमपुरी, यमलोक। |
जहाज |
पोत, बेड़ा, जलयान, जलपोत। |
जहीन |
बुद्धिमानी, अक्लमंद, मेधावी, मेधावान, तीक्ष्ण बुद्धि। |
जाँघ |
उरु, जानु, जघन, जंघा, रान। |
जाई |
बेटी, कन्या, पुत्री, लड़की। |
जासूस |
गुप्तचर, भेदिया, खुफिया। |
जिंदगी |
जिंदगानी, जीवन, हयात। |
जिल्लत |
अपमान, तिरस्कार, अनादर, तौहीन, बेइज्जती। |
जिस्म |
देह, बदन, शरीर, काया, वपु। |
जीव |
रूह, प्राण, आत्मा, जीवात्मा। |
जीविका |
रोजी-रोटी, रोजी, आजीविका, वृत्ति। |
जुल |
धोखा, फरेब, दगा, छल। |
जुलाहा |
बुनकर, कोली, कोरी। |
जोहड़ |
तालाब, तलैया, तड़ाग, सरोवर, जलाशय। |
ज्योत्स्ना |
चाँदनी, चंद्रप्रभा, कौमुदी, जुन्हाई। |
झरना |
उत्स, स्रोत, प्रपात, निर्झर, प्रस्त्रवण। |
झण्डा |
ध्वजा, पताका, केतु। |
झंझा |
अंधड़, आँधी, बवंडर, झंझावत, तूफान। |
झाँसा |
दगा, धोखा, फरेब, ठगी। |
झींगुर |
घुरघुरा, झिल्ली, जंजीरा, झिल्लिका। |
झूठ |
असत्य, मिथ्या, मृषा, अनृत। |
टक्कर |
मुठभेड़, लड़ाई, मुकाबला। |
टहलुआ |
नौकर, सेवक, खिदमतगार। |
टाँग |
पाँव, पैर, टंक। |
टीका |
तिलक, चिह्न, दाग, धब्बा। |
टोना |
टोटका, जादू, यंत्रमंत्र, लटका। |
टंटा |
झगड़ा, लफ़ड़ा, पचड़ा, झंझट। |
टसुआ |
अश्क, अश्रु, आँसू। |
टहनी |
डाल, डाली, वृंत, उपशाखा, प्रशाखा। |
टहल |
सेवा, परिचर्या, खिदमत, सुश्रूषा। |
टेर |
बुलावा गुहार, पुकार, आह्वान। |