“आजादी का कोई अर्थ नहीं है यदि इसमें गलतियां करने की आजादी शामिल न हों।।”
“डर शरीर का रोग नहीं है, यह आत्मा को मारता है।”
“उफनते तूफ़ान को मात देना है तो अधिक जोखिम उठाते हुए हमें पूरी शक्ति के साथ आगे बढ़ना होगा।”
“ऐसे जिएं कि जैसे आपको कल मरना है और सीखें ऐसे जैसे आपको हमेशा जीवित रहना है ।”
“आंख के बदले आंख पूरे विश्व को अंधा बना देगी।”
“किसी भी स्वाभिमानी व्यक्ति के लिए सोने की बेड़ियां, लोहे की बेड़ियों से कम कठोर नहीं होगी। चुभन धातु में नहीं वरन् बेड़ियों में होती है।”
“एक कुत्ते से अलग, एक किताब एक व्यक्ति की सबसे घनिष्ठ मित्र होती है। एक कुत्ते के अंदर पढ़ने के लिये ये बहुत ही अँधेरा है।"
“गुलाब को उपदेश देने की आवश्यकता नहीं होती। वह तो केवल अपनी ख़ुशबू बिखेरता है। उसकी ख़ुशबू ही उसका संदेश है।”
“निःशस्त्र अहिंसा की शक्ति किसी भी परिस्थिति में सशस्त्र शक्ति से सर्वश्रेष्ठ होगी।”
“स्वतंत्रता एक जन्म की भांति है। जब तक हम पूर्णतः स्वतंत्र नहीं हो जाते तब तक हम परतंत्र ही रहेंगे ।”
“क्रूरता का उत्तर क्रूरता से देने का अर्थ अपने नैतिक व बौद्धिक पतन को स्वीकार करना है।”
“व्यक्ति अपने विचारों से निर्मित एक प्राणी है, वह जो सोचता है वही बन जाता है।”
“एक कायर प्यार का प्रदर्शन करने में असमर्थ होता है, प्रेम बहादुरों का विशेषाधिकार है।”
“मेरा धर्म सत्य और अहिंसा पर आधारित है। सत्य मेरा भगवान है, अहिंसा उसे पाने का साधन।”
“कर्म प्राथमिकताओं को व्यक्त करता है।”
“किसी चीज में यकीन करना और उसे ना जीना बेईमानी है।”
“राष्ट्रीय व्यवहार में हिन्दी को काम में लाना देश की उन्नति के लिए आवश्यक है।”
पृथ्वी सभी मनुष्यों की ज़रुरत पूरी करने के लिए पर्याप्त संसाधन प्रदान करती है, लेकिन लालच पूरी करने के लिए नहीं। ”
“प्रेम दुनिया की सबसे बड़ी शक्ति है और फिर भी हम जिसकी कल्पना कर सकते हैं उसमे सबसे नम्र है।।”
“सत्य कभी ऐसे कारण को क्षति नहीं पहुंचाता जो उचित हो।”
“स्वयं को जानने का सर्वश्रेष्ठ तरीका है स्वयं को औरों की सेवा में डुबो देना। ”
“जहाँ प्रेम है वहां जीवन है।”
“विश्वास करना एक गुण है, अविश्वास दुर्बलता कि जननी है।”
“थोडा सा अभ्यास बहुत सारे उपदेशों से बेहतर है।”
“पाप से घृणा करो, पापी से प्रेम करो।”
“कुरीति के अधीन होना कायरता है, उसका विरोध करना पुरुषार्थ है।”
“आप आज जो करते हैं उस पर भविष्य निर्भर करता है।”
“अक्लमंद काम करने से पहले सोचता है और मूर्ख काम करने के बाद।”
“दुनिया में ऐसे लोग हैं जो इतने भूखे हैं कि भगवान उन्हें किसी और रूप में नहीं दिख सकता सिवाय रोटी के रूप में।”
“पहले वो आप पर ध्यान नहीं देंगे, फिर वो आप पर हँसेंगे, फिर वो आप से लड़ेंगे, और तब आप जीत जायेंगे।”
“भगवान का कोई धर्म नहीं है।”
“मैं किसी को भी गंदे पाँव के साथ अपने मन से नहीं गुजरने दूंगा।”
“मेरी अनुमति के बिना कोई भी मुझे ठेस नहीं पहुंचा सकता।”
“अपनी गलती को स्वीकारना झाड़ू लगाने के सामान है जो धरातल की सतह को चमकदार और साफ़ कर देती है।”
“आप मुझे जंजीरों में जकड़ सकते हैं, यातना दे सकते हैं, यहाँ तक की आप इस शरीर को नष्ट कर सकते हैं, लेकिन आप कभी मेरे विचारों को कैद नहीं कर सकते।”
“जो समय बचाते हैं, वे धन बचाते हैं और बचाया हुआ धन, कमाएं हुए धन के बराबर है।”
“क्रोध को जीतने में मौन सबसे अधिक सहायक है।”
“गरीबी दैवी अभिशाप नहीं बल्कि मानवरचित षडयन्त्र है ।”
“जो लोग अपनी प्रशंसा के भूखे होते हैं, वे साबित करते हैं कि उनमें योग्यता नहीं है।”
“पुस्तकों का मूल्य रत्नों से भी अधिक है, क्योंकि पुस्तकें अन्तःकरण को उज्ज्वल करती हैं।”
“कायरता से कहीं ज्यादा अच्छा है, लड़ते-लड़ते मर जाना।"
“जिज्ञासा के बिना ज्ञान नहीं होता | दुःख के बिना सुख नहीं होता।”
“यदि मनुष्य सीखना चाहे, तो उसकी हर भूल उसे कुछ शिक्षा दे सकती है।”
“अपने से हो सके, वह काम दूसरे से न कराना।”
“काम की अधिकता नहीं, अनियमितता आदमी को मार डालती है।”
“मै हिंदी के जरिये प्रांतीय भाषाओं को दबाना नहीं चाहता, किन्तु उनके साथ हिंदी को भी मिला देना चाहता हूं।”
“शारीरिक उपवास के साथ-साथ मन का उपवास न हो तो वह दम्भपूर्ण और हानिकारक हो सकता है।”
“लम्बे-लम्बे भाषणों से कही अधिक मूल्यवान है इंच भर कदम बढ़ाना।”
“भूल करने में पाप तो है ही, परन्तु उसे छुपाने में उससे भी बड़ा पाप है।”
“प्रार्थना या भजन जीभ से नहीं ह्रदय से होता है। इसी से गूंगे, तोतले और मूढ भी प्रार्थना कर सकते है।”
“श्रद्धा का अर्थ है आत्मविश्वास और आत्मविश्वास का अर्थ है ईश्वर में विश्वास।”
"किसी देश की महानता और उसकी नैतिक उन्नति का अंदाजा हम वहां जानवरों के साथ होने वाले व्यवहार से लगा सकते हैं।”
“हिंदी पढ़ना इसलिए जरूरी है कि उससे देश में भाईचारे की भावना पनपती है। हिन्दी को देश की राष्ट्रभाषा बना देना चाहिए। आप चाहते हैं कि हमारा राष्ट्र संगठित हो, इसलिए आपको प्रान्तीयता के अभियान को छोड़ देना चाहिए।”
“तभी बोलो जब वो मौन से बेहतर हो।”
“गरीबी हिंसा का सबसे बुरा रूप है।”