भारतीय पुस्तकालय संघ : आई एल ए (Indian Library Association : ILA) की स्थापना कार्य 12 सितम्बर 1933 में अखिल भारतीय पुस्तकालय सम्मेलन में एशियाटिक सोसायटी कलकत्ता में शुरू हुआ । तथा 13 सितम्बर 1933 को भारतीय पुस्तकालय संघ (Indian Library Association) की स्थापना की घोषणा कलकत्ता में की गई। तथा प्रथम अध्यक्ष एम. ओ. थामस (M.O. Thomas) व प्रथम सचिव के. एस. असदुल्लाह (K. S. Asadullah) के रूप चयन किया गया । इसका मुख्यालय दिल्ली में कार्यरत है। डॉ रंगनाथन का आई एल ए की स्थापना योगदान रहा, तथा 1944 से 1953 तक अध्यक्ष पद पर रहे । डॉ रंगनाथन ने अपने प्रयासों से ILA को इफ्ला (IFLA), यूनेस्को (UNESCO), तथा एफआईडी (FID) के साथ जोड़ा व इनके साथ अच्छे सम्बन्ध बनाने का कार्य किया । इंडियन लाइब्रेरी एसोसिएशन : आई एल ए (Indian Library Association : ILA) एक राष्ट्रीय स्तर का प्रथम पुस्तकालय संघ है, जो पुरे देश के पुस्तकालय व्यवसायिको का प्रतिनिधित्व करता है।
आई एल ए का लक्ष्य है, देश में पुस्तकालय एवं पुस्तकालय सेवा के स्तर को ऊँचा उठाना । इस लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए निम्नलिखित उद्देश्य रखे गए है :-
• देश में पुस्तकालय अधिनियम को पारित करना ।
• पुस्तकालय सेवा में सुधार लाना ।
• पुस्तकालय विज्ञान तथा प्रशिक्षण में विकास लाना तथा उत्तम शिक्षा प्रदान करने वाले पुस्तकालय विज्ञान विद्यापीठो का अधिमान्य करना ।
• पुस्तकालय कर्मियों के वेतन, उनकी सेवा सर्त, तथा उनके स्तर मे सुधार लाना ।
• विभन्न पुस्तकालय एवं उनके कार्मिको के बीच सहयोग को बढ़ावा देना ।
• शोध एवं ग्रंथात्मक अध्ययनों को बढ़ावा देना ।
• राज्य स्तर के एवं अन्य पुस्तकालय संघो को संबद्धता प्रदान करना ।
• समान उद्देश्य रखने वाले अंतर्राष्ट्रीय एवं अन्य राष्ट्रीय संघो के साथ सहयोग करना ।
• सूचना के प्रसार के लिए क्रमिक एवं अन्य प्रकाशनों को प्रकाशित करना ।
• सम्मेलनों, संगोष्ठी तथा बैठकों का आयोजन कर पुस्तकालयों के लिए एक समान मंच प्रदान करना ।
• पुस्तकालय एवं सूचना पद्धतियों एवं सेवाओ इत्यादि के प्रबंधन हेतु विभिन्न मानको, मानदंडो तथा संद्शिकाओ को तैयार करना तथा उनमें सुधार लाना ।
भारतीय पुस्तकालय संघ: आई एल ए (Indian Library Association : ILA) की कार्यकारणी का कार्यकाल सामान्यतः दो वर्ष का होता है। संघ मे एक अध्यक्ष, छः उपाध्यक्ष, 20 सदस्य व एक महासचिव होता है। संघ की लगभग 11 विभागीय समितियां होती है जिनके सदस्य राज्य पुस्तकालय संध के अध्यक्ष और प्रतिनिधि व कार्य परिषद के सदस्य होते है। दिन प्रतिदिन के कार्य के लिए संघ का अध्यक्ष, एक उपाध्यक्ष, महासचिव, कोषाध्यक्ष, दो सचिव, लोक संपर्क अधिकारी व तीन परिषद सदस्यों की एक कार्यकारणी होती है । सामान्य सभा की बैठक साल मे एक बार और परिषद की बैठक साल मे चार बार / कार्यकारणी की आवश्यकतानुसार की जाती है । सामान्य सभा संघ का वार्षिक प्रतिवेदन (Annual Report) तथा लेखा जोखा का अनुमोदन करती है।
इंडियन लाइब्रेरी एसोसिएशन : आई एल ए (Indian Library Association : ILA) की सदस्यता कोई भी व्यक्ति ग्रहण कर सकता है। यह जरुरी नहीं है कि वह पुस्तकालय एवं सूचना विज्ञान का अध्यापक व छात्र हो। आई एल ए की सदस्यता निम्न प्रकार की होती है :-
इंडियन लाइब्रेरी एसोसिएशन : आई एल ए (Indian Library Association : ILA) की आय का मुख्य स्रोत केन्द्रीय व राज्य सरकारों से प्राप्त अनुदान, सदस्यता से प्राप्त शुल्क, जर्नल मे प्रकाशित विज्ञापन व प्रकाशन की बिक्री है।
इंडियन लाइब्रेरी एसोसिएशन : आई एल ए (Indian Library Association : ILA) अपने सदस्यों की व्यावसायिक योग्यता को प्रोत्साहित करने तथा उन्हें श्रेय के लिए अनेक प्रकार की शोध वृतियां, पुरस्कार व मैडल प्रदान करता है :-
• Kaula Best Librarian Award: इस पुरस्कार की स्थापना प्रो. पी. एन. कौल एंडोमेंट फॉर लाइब्रेरी एंड इनफार्मेशन साइंस (Endowment for Library and Information Science) गुंटूर द्वारा की गई थी। इस पुरस्कार मे एक शॉल, प्रशस्ति पत्र और स्मृति चिन्ह प्रदान करता है।
• Dr. L. M. Padhya Best University Library Award: इस पुरस्कार की स्थापना श्रीमती कांताबेन एल पध्या (Mrs. Kantaben L Padhya) द्वारा अपने स्वर्गीय पति डॉ. एल. एम. पध्या (Dr. L. M. Padhya) की याद में की गई थी । इस पुरस्कार मे एक शॉल, प्रशस्ति पत्र और स्मृति चिन्ह प्रदान करता है।
• Gidwani - Deshpandey Best academic Liberian Award : यह पुरस्कार पूर्व प्रो. और प्रमुख पुस्तकालय और सूचना विज्ञान विभाग, पंजाब विश्वविद्यालय, पटियाला के के. नवलानी ने स्थापित किया। इस पुरस्कार मे एक शॉल, प्रशस्ति पत्र और स्मृति चिन्ह प्रदान करता है।
• Vendanaikee Fellowship : इस पुरस्कार की स्थापना श्रीमती वी. के. सुंदरम (Mrs. V. K. Sundaram) द्वारा की गई थी।
• Dr. K. Padma Umapathy and K. S. Umapathy Fellowship in Library & Info. Science.
• C. D. Sharma Award इस पुरस्कार की स्थापना श्रीमती कमला शर्मा पत्नी डॉ. सी. डी. शर्मा (Mrs. Kamla Sharma w/o Dr. C. D. Sharma) द्वारा की गई थी।
• A. G. Sharma Award : इस पुरस्कार की स्थापना श्रीमती सुशीला मोतीवाले पत्नी स्वर्गीय डॉ. ए. जी. मोतीवाले (Mrs. Sushila Motiwale w/o Late Dr. A. G. Motiwale) द्वारा की गई थी।
• P. V. Verghese Award : इस पुरस्कार की स्थापना श्री पी. वी. वेर्घेसे (Sh. P.V. Verghese) द्वारा की गई थी।
इंडियन लाइब्रेरी एसोसिएशन : आई एल ए (Indian Library Association : ILA) के प्रकाशन निम्नलिखित है:-
• ILA Journal (JILA) : The Journal of Indian Library Association (JILA) इंडियन लाइब्रेरी एसोसिएशन द्वारा प्रकाशित पत्रिका पुस्तकालय और सूचना विज्ञान के सभी विभिन्न पहलुओं को शामिल करती है। JILA की शुरुआत 1965 से हुई थी। यह त्रैमासिक प्रकाशित होती है। JILA को यूजीसी द्वारा अनुमोदित पत्रिकाओं की सूची में शामिल किया गया है। Read
• ILA News Letter: Read
• Conference Proceedings: Read
• Library Bulletin: आई. एल. ए. (ILA) ने 1942 में लाइब्रेरी बुलेटिन नाम से एक पत्रिका का प्रकाशन शुरू किया जो 1946 मे बंद हो गया।
• ABGILA : आई. एल. ए. (ILA) ने “ABGILA” पत्रिका का प्रकाशन 1949 मे शुरू किया था। इस पत्रिका के तीन भाग थे- एनल्स (Annals), बुलेटिन (Bulletin) व ग्रंथालय (Granthalaya) । इन तीनो के प्रारंभिक अक्षरों को मिला कर इस का नाम एबगीला (ABGILA) रखा गया था। जिसका प्रकाशन 1953 मे बंद हो गया।
• ILA Bulletin: आई. एल. ए. (ILA) ने “ILA Bulletin” का प्रकाशन 1955 में शुरू किया था ।