अनुच्छेद: 041
कन्याकुमारी एक सुन्दर स्थल है । यह तीन ओर से समुद्र से घिरा हुआ है, दक्षिण में विशाल हिन्द महासागर है, पूर्व में बंगाल की खाड़ी और पश्चिम में अरब सागर देश के
अनेक भागों से तीर्थयात्री यहाँ तीन समुद्रों के संगम स्थल में स्नान करने और मंदिर में पूजा करने के लिए आते हैं, कन्याकुमारी के तीनों ओर का समुद्र सामान्यतः शांत रहता है ।
अनेक दर्शनार्थियों ने महसूस किया है कि इस स्थान पर सदा एक विशेष प्रकार की शांति एवं नीरवता छाई रहती है । सूर्योदय एवं सूर्यास्त का काल इस स्थल के सौन्दर्य का
आंनद लेने के सर्वश्रेष्ठ क्षण हैं । प्रातःकाल बंगाल की खाड़ी से उदय होकर सूर्य सांयकाल अरब सागर में डूब जाता है । वास्तव में, समस्त भारत में यही एक स्थल है जहाँ
सूर्य को समुद्र से उदय होकर समुद्र में ही डूबते देखा जा सकता है । पूर्णिमा पर उनेक दर्शनार्थी कन्याकुमारी आते हैं । वे एक ही समय में सूर्य को अरब सागर में डूबते
और चन्द्रमा को बंगाल की खाड़ी से उदित होते हुए देख सकते हैं। वे दोनों ही आग के दो गोले से प्रतीत होते हैं ।