अनुच्छेद: 040
जॉर्ज वाशिंगटन, अमेरिका के प्रथम राष्ट्रपति थे । जब वे केवल छह वर्ष के थे, उन्हें अपने पिता से उपहारस्वरूप एक छोटी कुल्हाड़ी मिली । जॉर्ज को वह कुल्हाड़ी अच्छी
लगी और उसने उसे इस्तेमाल करने की सोची । वह बाग में गया । वहाँ उसने पहले छोटे-छोटे पौधों पर कुल्हाड़ी चलाई और फिर सेब के एक पेड़ पर । उस पेड़ का तना
बड़ा मोटा था । इसलिए काफी गहरा कट जाने के बाद भी गिर न पाया । शाम को बाग में घूमते समय जब उनके पिता ने पेड़ की ऐसी हालत देखी तो उन्हें बहुत गुस्सा
आया । उन्होंने चिल्लाकर पूछा, “यह किसने किया ? जिसने भी किया है आज उसकी खैर नहीं ।” जॉर्ज ने सब सुना । वे डरते-डरते पिता के पास आकर बोले, “यह मैंने
किया है” और दंड की प्रतीक्षा करने लगे । उनके पिता उन्हें गोद में उठा कर बोले, “मुझे बड़ी प्रसन्नता है कि तुमने सच-सच बता दिया । मैं अपने सारे पेड़ों की हानि
बर्दाश्त कर सकता हूँ, किन्तु अपने बेटे का झूठ बोलना नहीं ।”