अनुच्छेद: 035
मनुष्य के विकास में शिक्षा का एक महत्वूपूर्ण स्थान है । शिक्षा द्वारा मनुष्य का मानसिक एवं बौद्धिक विकास होता है । शिक्षा के बिना मनुष्य पशु के समान है ।
यह अत्यन्त आवश्यक है कि पुरूष और स्त्रियाँ दोनों ही समान रूप से शिक्षा प्राप्त करें । यदि स्त्रियाँ शिक्षित नहीं की गई तो हमारा आधा समाज पिछड़ा ही रहेगा ।
आजकल संसार के अनेक भागों में स्त्रियों की शिक्षा के अच्छे परिणाम हम देख सकते हैं । इसका ही परिणाम है कि उनके बुरे रीति-रिवाज और अंध-विश्वास समाज में बहुत
तेजी से दूर होने लगे हैं । राष्ट्रीय विकास के हर क्षेत्र में स्त्रियाँ पुरूषों के कंधों-से-कंधा मिलाकर काम कर रही हैं और बराबर की जिम्मेदारी निभा रही हैं ।