अनुच्छेद: 024
एक मंत्री जब जेल का निरीक्षण कर रहे थे, तो उन्होनें वहाँ जेल की कोठरी में एक जवान अपराधी को देखा । मंत्री ने कैदी से पूछ कि उसने कौन-सा अपराध किया है ?
कैदी ने बताया, “मैं तो खाली गली में घूम रहा था कि मैंने जमीन पर एक रस्सी का टुकड़ा देखा । मैंने सोचा, वह किसी के काम का नहीं है । मैंने उसे उठा लिया और
घर ले गया । मंत्रीजी उसकी बात सुनकर आश्चर्य में पड़ गये । उनको उस पर दया आ गई । उन्होंने जेल अधीक्षक से पूछा, “क्या इस जवान को कैद करना ठीक है ?
उसने तो केवल पुरानी रस्सी का टुकड़ा उठा लिया था ।” जेल अधीक्षक ने उत्तर दिया, “कृपया आप उससे पूछें कि रस्सी से क्या बँधा हुआ था ? मंत्री महोदय ने उस जवान
आदमी से पूछा, अच्छा बताओं, उस रस्सी से कुछ बँधा हुआ था ? बदकिस्मती से उस रस्सी से एक गाय बँधी हुई थी, महोदय, उस जवान ने उत्तर दिया ।