अनुच्छेद: 022

एशिया के एक प्रसिद्ध जीवन-शास्त्री का कहना है, कि जिन्दगी संघर्ष से भरी हुई है । एक के बाद एक खींच-तान लगी ही रहती है और चैन नहीं मिल पाता, इसलिए जीवन में उन क्षणों की बहुत कीमत है जो जीवन को गुदगुदा दें और खींच-तान को तेजी से भुला दें ।
इस जीवन-शास्त्री ने लोगों को एक बड़ा दिलचस्प मशवरा दिया है कि जब तुम अपने किसी मित्र-दोस्त से बात करने बैठों, तो घड़ी का मुँह दीवाल की तरफ कर दो ।
जब उससे पूछा गया कि बातचीत का और घड़ी का क्‍या सम्बन्ध है, तो उत्तर मिला कि वह कमबख्त याद दिलाती रहती है कि इतनी देर हो गई-इतनी देर हो गई: और इस तरह यह आनन्द-क्षण खंडित हो जाता है, जो मित्र की बातचीत से मिलता है ।


Q.01 : जीवन में वे क्षण मूल्यवान हैं जो

A. जिन्दगी को संघर्श से भर दें
B. जिन्दगी में खींच-तान ला दें
C. जिन्दगी में चैन से बैठने न दें
D. जिन्दगी की खींच-तान की तेजी को भुला दें ।
Answer : D. जिन्दगी की खींच-तान की तेजी को भुला दें ।
 

Q.02 : घड़ी का मुँह दीवाल की ओर करने की सलाह जीवन-शास्त्री ने क्यों दी ?

A. घड़ी को बार-बार देखने से जीवन के संघर्श का सही ज्ञान नहीं हो पाता
B. घड़ी को बार-बार देखने से जीवन की खींच-तान का सही ज्ञान नहीं हो पाता
C. घड़ी को बार-बार देखने से मित्र बातचीत के आनन्द का क्षण खंडित हो जाता है
D. घड़ी को बार-बार देखने से समय का ज्ञान होता रहता है ।
Answer : C. घड़ी को बार-बार देखने से मित्र बातचीत के आनन्द का क्षण खंडित हो जाता है

Q.03 : मित्रतापूर्ण गपशप में प्रायः आ जाता है ?

A. जोश
B. तनाव
C. अमित्रतापूर्ण व्यवहार
D. आनन्द
Answer : D. आनन्द
 

Q.04 : मित्र से बातचीत करते समय अपनी घड़ी दूर रखो का अर्थ है ?

A. समय जानने के लिए घड़ी मत देखो
B. घड़ी बिल्कुल नहीं पहनो
C. अपनी घड़ी में चाभी मत दो
D. अपनी घड़ी के पास मत जाओ
Answer : A. समय जानने के लिए घड़ी मत देखो
   

Q.05 :  जीवन-शास्त्री ने किसे कमबख्त कहा है ?

A. जीवन-शास्त्री को
B. घड़ी को
C. अपने को
D. मित्र को
Answer : B. घड़ी को


अपठित गद्यांश