अनुच्छेद: 011
टुण्ड्रा प्रदेश मे रहने वालो को एस्किमो कहा जाता है । टुण्ड्रा प्रदेश में केवल वर्फ ही रहती है । यहॉ के लोग जानवरो का शिकार करते है । बर्फ में शील मछली पायी जाती है ।
एस्किमो लोग उसका शिकार करते है । सील मछली बर्फ के नीचे छिपी रहती है । जैसे ही वह सिर निकालती है, वैसे ही शिकार पर गये एस्किमो शिकारी उसमें बर्छी घोंप देते हैं ।
वे हाथ में बर्छी लिये रहते हैं । वे बर्छी से ही सील मछली का शिकार करते है । शिकार के बाद वे पूरी ताकत के साथ उसे घसीटते हुए निकालते है ।
फिर सील मछली को उसी की खाल से बनी रस्सी से बॉधते है । इसमे बाद घसीटकर वे उसे अपने मकान तक लाते है । सील मछली को देखते ही एस्किमो परिवार में
खुंशी की लहर दौड पडती है । एस्किमो जाति में कोई त्यौहार तो है नहीं, इसलिए वे जब भी कोई जानवर मारते है, तब वे खुशियाँ मनाते है और भोज करते है ।
वे सील का मांस खाते है, सील मछली की खाल की पोशाक बनाते है और उसकी चर्बी चिराग जलाने के लिए रख देते ।