अनुच्छेद: 009
एक बार बर्तन विक्रेता यमुना अमेजोन नदी पार करके के आन्दपुर नाम के नगर में आये, उनमे से एक सेंरिवन था । वह बहुत ईमानदार था। दूसरा विक्रेता बहुत लालची था,
उस नगर में एक गरीब परिवार रहता था । उस परिवार मे केवल दो सदस्य थे-एक छोटी लडकी और दूसरी उस की दादी लालची विक्रेता उनके दरवाजे से यह चिललाता हुआ
निकला-:पुराने बर्तनो के बदले नये बर्तन लो उस बूढी औरत के पास एक गन्दा कटोरा था, जोकि सोने का बना था । लेकिन उस औरत और उस लडकी को इस बात का पता
नही था, उसकी पेती ने दादी से प्रार्था की कि कटोरे को दे कर एक तश्तरी लो ।