अनुच्छेद: 008

करन एक गरीब किसान था, वह अपनी पत्नी के साथ एक गाँव में रहता और खेती करता था, सोहन गॉव का साहूकार था, करन उस का कर्जदार था, परिवार में केवल तीन रुपये थे यद्यपि करन के पास कम्बल नही था, फिर भी वह अपना ऋण पहले चुकाना चाहता था, उसने अपनी पत्नी से सोहना को देने के लिए तीन रुपये मॉगे ,उसकी पत्नी ने उसे खेती छोडकर मजदूरी करने की सलाह दी, उसने कहा - तुम बहुत कठिन परिश्रम करते हो, फिर भी खाने को पर्याप्त भोजन नहीं मिलता ।


Q.01 : करन कौन था ?

A. जमींदार
B. किसान
C. साहूकार
D. मजदूर
Answer : B. किसान
 

Q.02 : गाँव का साहूकार कौन था ?

A. करन
B. मुखिया
C. ठेकेदार
D. सोहना
Answer : D. सोहना

Q.03 : करन ने कम्बल क्‍यों नही खरीदा ?

A. उसके पास रजाई थी
B. उसके पास कम्बल थे
C. वह सोहना का कर्ज देना चाहता था
D. इनमे से कौई नहीं
Answer : C. वह सोहना का कर्ज देना चाहता था
 

Q.04 : करन ने अपनी पत्नी से रुपये क्यो माँगे ?

A. बीज के लिए
B. ट्रेक्टर के लिए
C. सोहना को देने के लिए
D. शराब के लिए
Answer : C. सोहना को देने के लिए
   

Q.05 :  करन की पत्नी ने करन को क्‍या सलाह दी ?

A. खेती छोडकर मजदूरी करने की
B. नोकरी करने की
C. चोकीदारी करने की
D. घूमने की
Answer : A. खेती छोडकर मजदूरी करने की


अपठित गद्यांश