आई. एस. एस. एन. - इंटरनेशनल स्टैंडर्ड सीरियल नंबर | ISSN - International Standard Serial Number
एक अद्वितीय पहचान कोड
आआई. एस. एस. एन. - इंटरनेशनल स्टैंडर्ड सीरियल नंबर | ISSN - International Standard Serial Number एक अद्वितीय पहचान कोड है जिसका उपयोग प्रकाशकों, आपूर्तिकर्ताओं, पुस्तकालयों, सूचना सेवाओं, बार कोडिंग सिस्टम, यूनियन कैटलॉग आदि द्वारा पत्रिकाओं, समाचार पत्रों, निर्देशिकाओं, वार्षिक रिपोर्टों और मोनोग्राफ श्रृंखला (Series) जैसे क्रमिक प्रकाशन (Serial Publication) के उद्धरण (Citation) और पुनर्प्राप्ति (Retrieval) के लिए किया जाता है।
ISSN एक क्रमिक प्रकाशन (Serial Publication) को दूसरों से अलग करता है। जिससे पुस्तकालय संरक्षकों व अन्य लोगों की बड़ी संख्या में क्रमिक प्रकाशन (Serial Publication) को स्वचालित प्रणालियों में शीर्षक खोजने और पहचानने के लिए अधिक तेज़ी और आसानी से संभालने में मदद करता हैं।
जिसे 1970 से स्वीकार किया गया, व 1990 से ISSN को इलेक्ट्रॉनिक क्रमिक प्रकाशन ((ऑनलाइन, सीडी-रोम, डीवीडी आदि)) के लिए मान्यता प्रदान की। यह 8 अंकों से बना एक मानक संख्यात्मक कोड है, जिसे 4 अंको के दो समूह में एक हाइफ़न “_” द्वारा अलग किया होता हैं। जिसका अंतिम अंक एक नियंत्रण वर्ण है "X" अक्षर हो सकता है।
आई. एस. एस. एन. - इंटरनेशनल स्टैंडर्ड सीरियल नंबर | ISSN - International Standard Serial Number आईएसएसएन को पेरिस में स्थित है, व दुनिया भर में 92 केंद्र स्थापित किये गए है। भारत में ISSN का केंद्र 1986 से, राष्ट्रीय विज्ञान पुस्तकालय, सीएसआईआर निस्केयर, नई दिल्ली है। 2015 में, भारत के आई एस एस एन (ISSN) राष्ट्रीय केंद्र को अपनी प्रतिबद्धता, निरंतर प्रयासों के लिए पुरस्कार से सम्मानित किया गया ।
